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बुधवार, 27 जून 2018

Rajasthan History gk

प्राचीन काल में राजस्थान
मीणा राजा एम्बर (जयपुर) सहित राजस्थान के प्रमुख भागों के प्रारंभिक शासक थे। प्राचीन समय में राजस्थान मे मीना वंश के राजाओ का शासन था। संस्कृत में मत्स्य राज्य का ऋग्वेद में उल्लेख किया गया था। बाद में भील और मीना, (विदेशी लोगों) जो स्य्न्थिअन्, हेप्थलिते या अन्य मध्य एशियाई गुटों के साथ आये थे, मिश्रित हुए। मीणा राजा अम्बर (जयपुर राज) सहित राजस्थान के प्रमुख भागों के प्रारंभिक शासक थे। १२वीं सदी तक राजस्थान के भाग पर गुर्जरों का राज्य रहा है। गुजरात तथा राजस्थान का अधिकांश भाग गुर्जरत्रा (गुर्जरों से रक्षित देश) के नाम से जाना जाता था।[1][2][3] गुर्जर प्रतिहारों ने ३०० साल तक पूरे उत्तरी-भारत को अरब आक्रान्ताओं से बचाया था। इस कारण इन्हें राष्ट्र रक्षक वीर गुर्जर भी कहा जाता है![4] बाद में जब राजपूत जाति ने इस राज्य के विविध भागों पर अपना कब्जा जमा लिया तो उन भागों का नामकरण अपने-अपने वंश, क्षेत्र की प्रमुख बोली अथवा स्थान के अनुरूप कर दिया। ये राज्य थे- उदयपुरडूंगरपुरबांसवाड़ाप्रतापगढ़जोधपुरबीकानेरकिशनगढ़, (जालोर) सिरोहीकोटाबूंदीजयपुरअलवर,भरतपुरकरौलीझालावाड़ और टोंक.[5] ब्रिटिशकाल में राजस्थान 'राजपूताना' नाम से जाना जाता था। राजा महाराणा प्रताप अपनी असधारण राज्यभक्ति और शौर्य के लिये जाने जाते हैं। इन राज्यों के नामों के साथ-साथ इनके कुछ भू-भागों को स्थानीय एवं भौगोलिक विशेषताओं के परिचायक नामों से भी पुकारा जाता रहा है। पर तथ्य यह है कि राजस्थान के अधिकांश तत्कालीन क्षेत्रों के नाम वहां बोली जाने वाली प्रमुखतम बोलियों पर ही रखे गए थे। उदाहरणार्थ ढ़ूंढ़ाडी-बोली के इलाकों को ढ़ूंढ़ाड़ (जयपुर) कहते हैं। 'मेवाती' बोली वाले निकटवर्ती भू-भाग अलवर को 'मेवात', उदयपुर क्षेत्र में बोली जाने वाली बोली'मेवाड़ी' के कारण उदयपुर को मेवाड़, ब्रजभाषा-बाहुल्य क्षेत्र को 'ब्रज', 'मारवाड़ी' बोली के कारण बीकानेर-जोधपुर इलाके को 'मारवाड़' और 'वागडी' बोली पर ही डूंगरपुर-बांसवाडा अदि को 'वागड' कहा जाता रहा है। डूंगरपुर तथा उदयपुर के दक्षिणी भाग में प्राचीन ५६ गांवों के समूह को ""छप्पन"" नाम से जानते हैं। माही नदी के तटीय भू-भाग को 'कोयल' तथा अजमेर के पास वाले कुछ पठारी भाग को 'उपरमाल' की संज्ञा दी गई है।[6][7]

राजस्थान का एकीकरण

राजस्थान भारत का एक महत्वपूर्ण प्रांत है। यह 30 मार्च 1949 को भारत का एक ऐसा प्रांत बना, जिसमें तत्कालीन राजपूताना की ताकतवर रियासतें विलीन हुईं। भरतपुर के जाट शासक ने भी अपनी रियासत के विलय राजस्थान में किया था। राजस्थान शब्द का अर्थ है: 'राजाओं का स्थान' क्योंकि यहां गुर्जर, राजपूत, मौर्य, जाट आदि ने पहले राज किया था। भारत के संवैधानिक-इतिहास में राजस्थान का निर्माण एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी। ब्रिटिश शासकों द्वारा भारत को आजाद करने की घोषणा करने के बाद जब सत्ता-हस्तांतरण की कार्यवाही शुरू की, तभी लग गया था कि आजाद भारत का राजस्थान प्रांत बनना और राजपूताना के तत्कालीन हिस्से का भारत में विलय एक दूभर कार्य साबित हो सकता है। आजादी की घोषणा के साथ ही राजपूताना के देशी रियासतों के मुखियाओं में स्वतंत्र राज्य में भी अपनी सत्ता बरकरार रखने की होड़ सी मच गयी थी, उस समय वर्तमान राजस्थान की भौगालिक स्थिति के नजरिये से देखें तो राजपूताना के इस भूभाग में कुल बाईस देशी रियासतें थी। इनमें एक रियासत अजमेर-मेरवाडा प्रांत को छोड़ कर शेष देशी रियासतों पर देशी राजा महाराजाओं का ही राज था। अजमेर-मेरवाडा प्रांत पर ब्रिटिश शासकों का कब्जा था; इस कारण यह तो सीघे ही स्वतंत्र भारत में आ जाती, मगर शेष इक्कीस रियासतों का विलय होना यानि एकीकरण कर 'राजस्थान' नामक प्रांत बनाया जाना था। सत्ता की होड़ के चलते यह बडा ही दूभर लग रहा था, क्योंकि इन देशी रियासतों के शासक अपनी रियासतों के स्वतंत्र भारत में विलय को दूसरी प्राथमिकता के रूप में देख रहे थे। उनकी मांग थी कि वे सालों से खुद अपने राज्यों का शासन चलाते आ रहे हैं, उन्हें इसका दीर्घकालीन अनुभव है, इस कारण उनकी रियासत को 'स्वतंत्र राज्य' का दर्जा दे दिया जाए। करीब एक दशक की ऊहापोह के बीच 18 मार्च 1948 को शुरू हुई राजस्थान के एकीकरण की प्रक्रिया कुल सात चरणों में एक नवंबर 1956 को पूरी हुई। इसमें भारत सरकार के तत्कालीन देशी रियासत और गृह मंत्रीसरदार वल्लभ भाई पटेल और उनके सचिव वी॰ पी॰ मेनन की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण थी। इनकी सूझबूझ से ही राजस्थान के वर्तमान स्वरुप का निर्माण हो सका। राजस्थान मे कुल 21 राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरते हैं।

भूगोल एवं राजस्थान का क्लिक करने योग्य मानचित्र

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चूरू
भीलवाड़ा
जालौर
बाड़मेर
जयपुर
करौली
नागौर
दौसा
भरतपुर
धौलपुर
जोधपुर
पाली
अजमेर
सिरोही
झालावाड़
प्रतापगढ़
चित्तौड़गढ़
बूंदी
राजसमन्द
बीकानेर
कोटा
गंगानगर
बांसवाड़ा
डूंगरपुर
हनुमानगढ़
बारां
जैसलमेर
टोंक
सवाई माधोपुर
उदयपुर
अलवर
सीकर
झुंझुनू
बीदसर
गुजरात
हरियाणा
पंजाब
मध्य प्रदेश
उत्तर प्रदेश
पाकिस्तान
राजस्थान की आकृति लगभग पतङ्गाकार है। राज्य २३ ३ से ३० १२ अक्षांश और ६९ ३० से ७८ १७ देशान्तर के बीच स्थित है। इसके उत्तर में पाकिस्तान, पंजाब और हरियाणा, दक्षिण में मध्यप्रदेश और गुजरात, पूर्व में उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश एवं पश्चिम में पाकिस्तान हैं।
सिरोही से अलवर की ओर जाती हुई ४८० कि॰मी॰ लम्बी अरावली पर्वत श्रृंखला प्राकृतिक दृष्टि से राज्य को दो भागों में विभाजित करती है। राजस्थान का पूर्वी सम्भाग शुरु से ही उपजाऊ रहा है। इस भाग में वर्षा का औसत ५० से.मी. से ९० से.मी. तक है। राजस्थान के निर्माण के पश्चात् चम्बल और माही नदी पर बड़े-बड़े बांध और विद्युत गृह बने हैं, जिनसे राजस्थान को सिंचाई और बिजली की सुविधाएं उपलब्ध हुई है। अन्य नदियों पर भी मध्यम श्रेणी के बांध बने हैं, जिनसे हजारों हैक्टर सिंचाई होती है। इस भाग में ताम्बा, जस्ता, अभ्रक, पन्ना, घीया पत्थर और अन्य खनिज पदार्थों के विशाल भण्डार पाये जाते हैं।
राज्य का पश्चिमी भाग देश के सबसे बड़े रेगिस्तान " थार" या 'थारपाकर' का भाग है। इस भाग में वर्षा का औसत १२ से.मी. से ३० से.मी. तक है। इस भाग में लूनी, बांड़ी आदि नदियां हैं, जो वर्षा के कुछ दिनों को छोड़कर प्राय: सूखी रहती हैं। देश की स्वतंत्रता से पूर्व बीकानेर राज्य गंगानहर द्वारा पंजाब की नदियों से पानी प्राप्त करता था। स्वतंत्रता के बाद राजस्थान इण्डस बेसिन से रावी और व्यास नदियों से ५२.६ प्रतिशत पानी का भागीदार बन गया। उक्त नदियों का पानी राजस्थान में लाने के लिए सन् १९५८ में 'राजस्थान नहर' (अब इंदिरा गांधी नहर) की विशाल परियोजना शुरु की गई। जोधपुर, बीकानेर, चूरू एवं बाड़मेर जिलों के नगर और कई गांवों को नहर से विभिन्न "लिफ्ट परियोजनाओं" से पहुंचाये गये पीने का पानी उपलब्ध होगा। इस प्रकार राजस्थान के रेFDगिस्तान का एक बड़ा भाग अन्तत: शस्य श्यामला भूमि में बदल जायेगा। सूरतगढ़ जैसे कई इलाको में यह नजारा देखा जा सकता है।
गंगा बेसिन की नदियों पर बनाई जाने वाली जल-विद्युत योजनाओं में भी राजस्थान भी भागीदार है। इसे इस समय भाखरा-नांगल और अन्य योजनाओं के कृषि एवं औद्योगिक विकास में भरपूर सहायता मिलती है। राजस्थान नहर परियोजना के अलावा इस भाग में जवाई नदी पर निर्मित एक बांध है, जिससे न केवल विस्तृत क्षेत्र में सिंचाई होती है, वरन् जोधपुर नगर को पेयजल भी प्राप्त होता है। यह सम्भाग अभी तक औद्योगिक दृष्टि से पिछड़ा हुआ है। पर उम्मीद है, इस क्षेत्र में ज्यो-ज्यों बिजली और पानी की सुविधाएं बढ़ती जायेंगी औद्योगिक विकास भी गति पकड़ लेगा। इस बाग में लिग्नाइट, फुलर्सअर्थ, टंगस्टन,बैण्टोनाइटजिप्समसंगमरमर आदि खनिज प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं। जैसलमेर क्षेत्र में कच्चा तेल मिलने की अच्छी सम्भावनाएं हैं। हाल ही की खुदाई से पता चला है कि इस क्षेत्र में उच्च किस्म की प्राकृतिक गैस भी प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। अब वह दिन दूर नहीं, जबकि राजस्थान का यह भाग भी समृद्धिशाली बन जाएगा।
राज्य का क्षेत्रफल ३.४२ लाख वर्ग कि.मी है जो भारत के कुल क्षेत्रफल का १०.४० प्रतिशत है। यह भारत का सबसे बड़ा राज्य है। वर्ष १९९६-९७ में राज्य में गांवों की संख्या ३७८८९ और नगरों तथा कस्बों की संख्या २२२ थी। राज्य में ३३ जिला परिषदें, २३५ पंचायत समितियां और ९१२५ ग्राम पंचायतें हैं। नगर निगम ४ और सभी श्रेणी की नगरपालिकाएं १८० हैं।
सन् १९९१ की जनगणना के अनुसार राज्य की जनसंख्या ४.३९ करोड़ थी। जनसंख्या घनत्व प्रति वर्ग कि॰मी॰ १२६ है। इसमें पुरुषों की संख्या २.३० करोड़ और महिलाओं की संख्या २.०९ करोड़ थी। राज्य में दशक वृद्धि दर २८.४४ प्रतिशत थी, जबकि भारत में यह औसत दर २३.५६ प्रतिशत थी। राज्य में साक्षरता ३८.८१ प्रतिशत थी। जबकि भारत की साक्षरता तो केवल २०.८ प्रतिशत थी जो देश के अन्य राज्यों में सबसे कम थी (?????)। राज्य में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति राज्य की कुल जनसंख्या का क्रमश: १७.२९ प्रतिशत और १२.४४ प्रतिशत है।

राजस्थान की जलवायु

राजस्थान की जलवायु शुष्क से उप-आर्द्र मानसूनी जलवायु है। अरावली के पश्चिम में न्यून वर्षा, उच्च दैनिक एवं वार्षिक तापान्तर, निम्न आर्द्रता तथा तीव्र हवाओं युक्त शुष्क जलवायु है। दूसरी ओर अरावली के पूर्व में अर्धशुष्क एवं उप-आर्द्र जलवायु है। अक्षांशीय स्थिति, समुद्र से दूरी, समुद्र ताल से से ऊंचाई, अरावली पर्वत श्रेणियों की स्थिति एवं दिशा, वनस्पति आवरण आदि सभी यहाँ की जलवायु को प्रभवित करते हैं।

शिक्षण संस्थान

  1. राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर
  2. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय
  3. राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय
  4. जय नारायण व्यास विश्वविद्यालयजोधपुर
  5. मोदी प्रौद्योगिकी तथा विज्ञान संस्थान, लक्ष्मणगढ़,सीकर जिला (मानद विश्‍वविद्यालय)
  6. वनस्थली विद्यापीठ (मानद विश्‍वविद्यालय), उदयपुर
  7. राजस्थान विद्यापीठ (मानद विश्‍वविद्यालय), उदयपुर
  8. बिड़ला प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान, पिलानी (मानद विश्‍वविद्यालय),
  9. आई. आई. एस. विश्‍वविद्यालय (मानद विश्‍वविद्यालय)
  10. जैन विश्‍व भारती विश्‍वविद्यालय (मानद विश्‍वविद्यालय) लाडनूं
  11. एलएनएम सूचना प्रौद्योगिकी संस्‍थान (मानद विश्‍वविद्यालय)
  12. मालवीय राष्‍ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्‍थान (मानद विश्‍वविद्यालय) जयपुर
  13. मोहन लाल सुखाडिया विश्‍वविद्यालयउदयपुर
  14. राष्‍ट्रीय विधि विश्‍वविद्यालय, जोधपुर
  15. राजस्‍थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर
  16. राजस्‍थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय
  17. राजस्‍थान संस्‍कृत विश्वविद्यालय जयपुर
  18. बीकानेर विश्वविद्यालय, बीकानेर
  19. कोटा विश्वविद्यालयकोटा
  20. महावीर कोटा खुला विश्वविद्यालय कोटा

राजस्थान की महत्वपूर्ण कला-संस्कृति इकाइयां[संपादित करें]

राजस्थानी कलाकार

राजस्थान के प्रसिद्ध स्थल

जयपुर


हवामहल,जयपुर.
  1. जयपुर इसके भव्य किलों, महलों और सुंदर झीलों के लिए प्रसिद्ध है, जो विश्वभर से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
  2. चन्द्रमहल (सिटी पैलेस) महाराजा जयसिंह (द्वितीय) द्वारा बनवाया गया था और मुगल औऱ राजस्थानी स्थापत्य का एक संयोजन है।
  3. महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने हवामहल 1799 ई. में बनवाया जिसके वास्तुकार लालचन्द उस्ता थे।
  4. आमेर दुर्ग में महलों, विशाल कक्षों, स्तंभदार दर्शक-दीर्घाओं, बगीचों और मंदिरों सहित कई भवन-समूह हैं।
  5. आमेर महल मुगल औऱ हिन्दू स्थापत्य शैलियों के मिश्रण का उत्कृष्ट उदाहरण है।
  6. एल्बर्ट हॉल नामक म्यूजियम 1876 में, प्रिंस ऑफ वेल्स के जयपुर आगमन पर सवाई रामसिंह द्वारा बनवाया गया था और 1886 में जनता के लिए खोला गया।
  7. गवर्नमेण्ट सेन्ट्रल म्यूजियम में हाथीदांत कृतियों, वस्त्रों, आभूषणों, नक्काशीदार काष्ठ कृतियों, लघुचित्रों, संगमरमर प्रतिमाओं, शस्त्रों औऱ हथियारों का समृद्ध संग्रह है।
  8. सवाई जयसिंह (द्वितीय) ने अपनी सिसोदिया रानी के निवास के लिए 'सिसोदिया रानी का बाग' भी बनवाया।
  9. जलमहल, शाही बत्तख-शिकार के लिए बनाया गया मानसागरझील के बीच स्थित एक सुंदर महल है।
  10. 'कनक वृंदावन' अपने प्राचीन गोविन्देव विग्रह के लिए प्रसिद्ध जयपुर में एक लोकप्रिय मंदिर-समूह है।
  11. जयपुर के बाजार जीवंत हैं और दुकानें रंग बिरंगे सामानों से भरी है, जिसमें हथकरघा-उत्पाद, बहुमूल्य रत्नाभूषण, वस्त्र, मीनाकारी-सामान, राजस्थानी चित्र आदि शामिल हैं।
  12. जयपुर संगमरमर की प्रतिमाओं, ब्लू पॉटरी औऱ राजस्थानी जूतियों के लिए भी प्रसिद्ध है।
  13. जयपुर के प्रमुख बाजार, जहां से आप कुछ उपयोगी सामान खरीद सकते हैं, जौहरी बाजारबापू बाजारनेहरू बाजारचौड़ा रास्तात्रिपोलिया बाजार और एम.आई. रोड़ हैं।
  14. राजस्थान राज्य परिवहन निगम (RSRTC) की उत्तर भारत के सभी प्रसुख गंतव्यों के लिए बस सेवाएं हैं।
  15. जयपुर के निकट विराट नगर (पुराना नाम बैराठ) जहाँ पांडवों ने अज्ञातवास किया था, में पञ्चखंड पर्वत पर वज्रांग मंदिर नामक एक अनोखा देवालय है जहाँ हनुमान जी की बिना बन्दर की मुखाकृति और बिना पूंछ वाली मूर्ति स्थापित है जिसकी स्थापना अमर स्वतंत्रता सेनानी, यशस्वी लेखक महात्मा रामचन्द्र वीर ने की थी।

भरतपुर

  1. ‘पूर्वी राजस्थान का द्वार’ भरतपुर, भारत के पर्यटन मानचित्र में अपना महत्व रखता है।
  2. भारत के वर्तमान मानचित्र में एक प्रमुख पर्यटक गंतव्य, भरतपुर पांचवी सदी ईसा पूर्व से कई अवस्थाओं से गुजर चुका है।
  3. 18 वीं सदी का घना पक्षी अभयारण्य , जो केवलादेव घना राष्ट्रीय उद्यान के रूप में भी जाना जाता है।
  4. लोहागढ़ आयरन फोर्ट के रूप में भी जाना जाता है, लोहागढ़ भरतपुर के प्रमुख ऐतिहासिक आकर्षणों में से एक है।
  5. भरतपुर संग्रहालय राजस्थान के विगत शाही वैभव के साथ शौर्यपूर्ण अतीत के साक्षात्कार का एक प्रमुख स्रोत है।
  6. एक सुंदर बगीचा, नेहरू पार्क, जो भरतपुर संग्रहालय के पास है।
  7. डीग जलमहल एक आकर्षक राजमहल है, जो भरतपुर के जाट शासकों ने बनवाया था।

जोधपुर

  1. राठौड़ों के रूप में प्रसिद्ध एक वंश के प्रमुख, राव जोधा ने जिस जोधपुर की सन 1459 में स्थापना की थी, राजस्थान के पश्चिमी भाग में केन्द्र में स्थित राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर है और दर्शनीय महलों, दुर्गों औऱ मंदिरों के कारण एक लोकप्रिय पर्यटक गंतव्य है।
  2. शहर की अर्थव्यस्था में हथकरघा, वस्त्र उद्योग और धातु आधारित उद्योगों का योगदान है।
  3. मेहरानगढ़ दुर्ग, 125 मीटर ऊंचा औऱ 5 किमी के क्षेत्रफल में फैला हुआ, भारत के बड़े दुर्गों में से एक है जिसमें कई सुसज्जित महल जैसे मोती महलफूल महलशीश महल स्थित हैं। अन्दर संग्रहालय में भी लघुचित्रों, संगीत वाद्य यंत्रों, पोशाकों, शस्त्रागार आदि का एक समृद्ध संग्रह है।

सवाई माधोपुर

# सवाई माधोपुर शहर की स्थापना जयपुर के पूर्व महाराजा सवाई माधोसिंह प्रथम ने 1765 ईस्वी में की थी और इन्हीं के नाम पर 15 मई, 1949 ई. को सवाई माधोपुर जिला बनाया गया। मीणा बाहुल्य इस जिले का ऐतिहासिकता के तोर पर काफी महत्व है।
  1. राजस्थान राज्य का प्रथम राष्ट्रीय उद्यान इसी जिले में स्थित है, जिसे रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान के नाम से जाना जाता है। इस उद्यान के कारण सवाई माधोपुर को 'टाइगर सिटी' के नाम से भी राजस्थान में पहचान मिली हुई है।
  2. सवाई माधोपुर जिले में चौहान वंश का ऐतिहासिक रणथंभोर दुर्ग विश्व धरोहर में शामिल है, अपनी प्राकृतिक बनावट व सुरक्षात्मक दृष्टि से अभेद्य यह दुर्ग विश्व में अनूठा है। इस दुर्ग का सबसे प्रसिद्ध शासक महाराजा हम्मीर देव चौहान राजस्थान के इतिहास में अपने हठ के कारण काफी प्रसिद्ध रहा है।

उद्योग

सूती वस्त्र उद्योग

राजस्थान में सबसे पहले १८८९ में द कृष्णा मिल्स लिमिटेड की स्थापना देशभक्त सेठ दामोदर दास ने ब्यावर नगर में की थी । यह राजस्थान की पहली सूती वस्त्र मिल थी ।

चीनी उद्योग

राजस्थान में सर्वप्रथम चित्तौड़गढ़ ज़िले में भोपालसागर नगर में चीनी मिल द मेवाड़ सुगर मिल्स के नाम से सन् १९३२ में प्रारम्भ की गई । दूसरा कारखाना सन् १९३७ में श्रीगंगानगर में द श्रीगंगानगर सुगर मिल्स के नाम से स्थापित हुआ । इसमें मिल मेंशक्कर बनाने का कार्य १९४६ में प्रारम्भ हुआ । १९५६ में इस चीनी मिल को राज्य सरकार ने अधिगृहीत कर लिया तथा यह सार्वजनिक क्षेत्र में आ गई ।
१९६५ में बूंदी ज़िले के केशोरायपाटन में चीनी मिल सहकारी क्षेत्र में स्थापित की गई ।
सन् १९७६ में उदयपुर में चीनी मिल निजी क्षेत्र में स्थापित की गई ।
चुकन्दर से चीनी बनाने के लिए श्रीगंगनगर सुगर मिल्स लिमिटेड में एक योजना १९६८ में आरम्भ की गई थी ।

सीमेन्ट उद्योग

सीमेन्ट उद्योग की दृष्टि से 'राजस्थान का पूरे भारत में प्रथम स्थान है । यहां पर सर्वप्रथम १९०४ में समुद्री सीपियों से सीमेन्ट बनाने का प्रयास किया गया था । १९१५ ई. राजस्थान में लाखेरी ,बूंदी में क्लिक निक्सन कम्पनी द्वारा सर्वप्रथम एक सीमेन्ट संयंत्र स्थापित किया गया । १९१७ में इस कारखाने में सीमेन्ट बनाने का कार्य प्रारम्भ किया गया ।

काँच उद्योग


राजस्थान में काँच प्राप्ति के मुख्य स्थल जयपुर ,बीकानेर ,बूंदी तथा धौलपुर ज़िले है जहां उपयुक्त रूप से काँच की प्राप्ति होती है । द हाई टेक्निकल प्रीसीजन ग्लास वर्क्स सार्वजनिक क्षेत्र में धौलपुर में राजस्थान सरकार का उपक्रम है जो श्रीगंगानगर सुगर मिल्स के अधीन है । काँच उद्योग के मामले में राजस्थान उत्तर प्रदेश के बाद दुसरे स्थान पर है ।

ऊन उद्योग



भारत की स्वतंत्रता के बाद राजस्थान का एकीकरण[संपादित करें]

राजस्थान भारत का एक महत्वपूर्ण प्रांत है। यह 30 मार्च 1949 को भारत का एक ऐसा प्रांत बना, जिसमें तत्कालीन राजपूताना की ताकतवर रियासतें विलीन हुईं। भरतपुर के जाट शासक ने भी अपनी रियासत के विलय राजस्थान में किया था। राजस्थान शब्द का अर्थ है: 'राजाओं का स्थान' क्योंकि यहां गुर्जर, राजपूत, मौर्य, जाट आदि ने पहले राज किया था। भारत के संवैधानिक-इतिहास में राजस्थान का निर्माण एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी। ब्रिटिश शासकों द्वारा भारत को आजाद करने की घोषणा करने के बाद जब सत्ता-हस्तांतरण की कार्यवाही शुरू की, तभी लग गया था कि आजाद भारत का राजस्थान प्रांत बनना और राजपूताना के तत्कालीन हिस्से का भारत में विलय एक दूभर कार्य साबित हो सकता है। आजादी की घोषणा के साथ ही राजपूताना के देशी रियासतों के मुखियाओं में स्वतंत्र राज्य में भी अपनी सत्ता बरकरार रखने की होड़ सी मच गयी थी, उस समय वर्तमान राजस्थान की भौगालिक स्थिति के नजरिये से देखें तो राजपूताना के इस भूभाग में कुल बाईस देशी रियासतें थी। इनमें एक रियासत अजमेर मेरवाडा प्रांत को छोड़ कर शेष देशी रियासतों पर देशी राजा महाराजाओं का ही राज था। अजमेर-मेरवाडा प्रांत पर ब्रिटिश शासकों का कब्जा था; इस कारण यह तो सीघे ही स्वतंत्र भारत में आ जाती, मगर शेष इक्कीस रियासतों का विलय होना यानि एकीकरण कर 'राजस्थान' नामक प्रांत बनाया जाना था। सत्ता की होड़ के चलते यह बडा ही दूभर लग रहा था क्योंकि इन देशी रियासतों के शासक अपनी रियासतों के स्वतंत्र भारत में विलय को दूसरी प्राथमिकता के रूप में देख रहे थे। उनकी मांग थी कि वे सालों से खुद अपने राज्यों का शासन चलाते आ रहे हैं, उन्हें इसका दीर्घकालीन अनुभव है, इस कारण उनकी रियासत को 'स्वतंत्र राज्य' का दर्जा दे दिया जाए। करीब एक दशक की ऊहापोह के बीच 18 मार्च 1948 को शुरू हुई राजस्थान के एकीकरण की प्रक्रिया कुल सात चरणों में एक नवंबर 1956 को पूरी हुई। इसमें भारत सरकार के तत्कालीन देशी रियासत और गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल और उनके सचिव वी. पी. मेनन की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण थी। इनकी सूझबूझ से ही राजस्थान के वर्तमान स्वरुप का निर्माण हो सका।

पहला चरण- 18 मार्च 1948
सबसे पहले अलवर, भरतपुर, धौलपुर, व करौली नामक देशी रियासतों का विलय कर तत्कालीन भारत सरकार ने फरवरी 1948 मे अपने विशेषाधिकार का इस्तेमाल कर 'मत्स्य यूनियन' के नाम से पहला संघ बनाया। यह राजस्थान के निर्माण की दिशा में पहला कदम था। इनमें अलवर व भरतपुर पर आरोप था कि उनके शासक राष्टृविरोधी गतिविधियों में लिप्त थे। इस कारण सबसे पहले उनके राज करने के अधिकार छीन लिए गए व उनकी रियासत का कामकाज देखने के लिए प्रशासक नियुक्त कर दिया गया। इसी की वजह से राजस्थान के एकीकरण की दिशा में पहला संघ बन पाया। यदि प्रशासक न होते और राजकाज का काम पहले की तरह राजा ही देखते तो इनका विलय असंभव था क्योंकि इन राज्यों के राजा विलय का विरोध कर रहे थे। 18 मार्च 1948 को मत्स्य संघ का उद़घाटन हुआ और धौलपुर के तत्कालीन महाराजा उदयसिंह को इसका राजप्रमुख मनाया गया। इसकी राजधानी अलवर रखी गयी थी। मत्स्य संघ नामक इस नए राज्य का क्षेत्रफल करीब तीस हजार किलोमीटर था, जनसंख्या लगभग 19 लाख और सालाना-आय एक करोड 83 लाख रूपए थी। जब मत्स्य संघ बनाया गया तभी विलय-पत्र में लिख दिया गया कि बाद में इस संघ का 'राजस्थान' में विलय कर दिया जाएगा।
दूसरा चरण 25 मार्च 1948
राजस्थान के एकीकरण का दूसरा चरण पच्चीस मार्च 1948 को स्वतंत्र देशी रियासतों कोटा, बूंदी, झालावाड, टौंक, डूंगरपुर, बांसवाडा, प्रतापगढ, किशनगढ और शाहपुरा को मिलाकर बने राजस्थान संघ के बाद पूरा हुआ। राजस्थान संघ में विलय हुई रियासतों में कोटा बड़ी रियासत थी, इस कारण इसके तत्कालीन महाराजा महाराव भीमसिंह को राजप्रमुख बनाया गया। bundi के तत्कालीन महाराव बहादुर सिंह राजस्थान संघ के राजप्रमुख भीमसिंह के बडे भाई थे, इस कारण उन्हें यह बात अखरी कि छोटे भाई की 'राजप्रमुखता' में वे काम कर रहे है। इस ईर्ष्या की परिणति तीसरे चरण के रूप में सामने आयी।
तीसरा चरण 18 अप्रैल 1948
बूंदी के महाराव बहादुर सिंह नहीं चाहते थें कि उन्हें अपने छोटे भाई महाराव भीमसिंह की राजप्रमुखता में काम करना पडे, मगर बडे राज्य की वजह से भीमसिंह को राजप्रमुख बनाना तत्कालीन भारत सरकार की मजबूरी थी। जब बात नहीं बनी तो बूंदी के महाराव बहादुर सिंह ने उदयपुर रियासत को पटाया और राजस्थान संघ में विलय के लिए राजी कर लिया। इसके पीछे मंशा यह थी कि बडी रियासत होने के कारण उदयपुर के महाराणा को राजप्रमुख बनाया जाएगा और बूंदी के महाराव बहादुर सिंह अपने छोटे भाई महाराव भीम सिंह के अधीन रहने की मजबूरी से बच जाएगे और इतिहास के पन्नों में यह दर्ज होने से बच जाएगा कि छोटे भाई के राज में बडे भाई ने काम किया। अठारह अप्रेल 1948 को राजस्थान के एकीकरण के तीसरे चरण में उदयपुर रियासत का राजस्थान संघ में विलय हुआ और इसका नया नाम हुआ 'संयुक्त राजस्थान संघ'। माणिक्य लाल वर्मा के नेतृत्व में बने इसके मंत्रिमंडल में उदयपुर के महाराणा भूपाल सिंह को राजप्रमुख बनाया गया, कोटा के महाराव भीमसिंह को वरिष्ठ उपराजप्रमुख बनाया गया। और कुछ इस तरह बूंदी के महाराजा की चाल भी सफल हो गयी।
चौथा चरण तीस मार्च 1949
इससे पहले बने संयुक्त राजस्थान संघ के निर्माण के बाद तत्कालीन भारत सरकार ने अपना ध्यान देशी रियासतों जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर और बीकानेर पर केन्द्रित किया और इसमें सफलता भी हाथ लगी और इन चारों रियासतो का विलय करवाकर तत्कालीन भारत सरकार ने तीस मार्च 1949 को वृहत्तर राजस्थान संघ का निर्माण किया, जिसका उदघाटन भारत सरकार के तत्कालीन रियासती और गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने किया। यही ३० मार्च आज राजस्थान की स्थापना का दिन माना जाता है। इस कारण इस दिन को हर साल राजस्थान दिवस के रूप में मनाया जाता है। हालांकि अभी तक चार देशी रियासतो का विलय होना बाकी था, मगर इस विलय को इतना महत्व नहीं दिया जाता, क्योंकि जो रियासते बची थी वे पहले चरण में ही 'मत्स्य संघ' के नाम से स्वतंत्र भारत में विलय हो चुकी थी। अलवर, भतरपुर, धौलपुर व करौली नामक इन रियासतो पर भारत सरकार का ही आधिपत्य था इस कारण इनके राजस्थान में विलय की तो मात्र औपचारिकता ही होनी थी।
पांचवा चरण 15 अप्रैल 1949
पन्द्रह अप्रेल 1949 को मत्स्य संध का विलय ग्रेटर राजस्थान में करने की औपचारिकता भी भारत सरकार ने निभा दी। भारत सरकार ने 18 मार्च 1948 को जब मत्स्य संघ बनाया था तभी विलय पत्र में लिख दिया गया था कि बाद में इस संघ का राजस्थान में विलय कर दिया जाएगा। इस कारण भी यह चरण औपचारिकता मात्र माना गया।
छठा चरण 26 जनवरी 1950
भारत का संविधान लागू होने के दिन 26 जनवरी 1950 को सिरोही रियासत का भी विलय ग्रेटर राजस्थान में कर दिया गया। इस विलय को भी औपचारिकता माना जाता है क्योंकि यहां भी भारत सरकार का नियंत्रण पहले से ही था। दरअसल जब राजस्थान के एकीकरण की प्रक्रिया चल रही थी, तब सिरोही रियासत के शासक नाबालिग थे। इस कारण सिरोही रियासत का कामकाज दोवागढ की महारानी की अध्यक्षता में एजेंसी कौंसिल ही देख रही थी जिसका गठन भारत की सत्ता हस्तांतरण के लिए किया गया था। सिरोही रियासत के एक हिस्से आबू देलवाडा को लेकर विवाद के कारण इस चरण में आबू देलवाडा तहसील को बंबई और शेष रियासत विलय राजस्थान में किया गया।
सांतवा चरण एक नवंबर 1956
अब तक अलग चल रहे आबू देलवाडा तहसील को राजस्थान के लोग खोना नही चाहते थे, क्योंकि इसी तहसील में राजस्थान का कश्मीर कहा जाने वाला आबूपर्वत भी आता था, दूसरे राजस्थानी, बच चुके सिरोही वासियों के रिश्तेदार और कईयों की तो जमीन भी दूसरे राज्य में जा चुकी थी। आंदोलन हो रहे थे, आंदोलन कारियों के जायज कारण को भारत सरकार को मानना पडा और आबू देलवाडा तहसील का भी राजस्थान में विलय कर दिया गया। इस चरण में कुछ भाग इधर उधर कर भौगोलिक और सामाजिक त्रुटि भी सुधारी गया। इसके तहत मध्यप्रदेश में शामिल हो चुके सुनेल थापा क्षेत्र को राजस्थान में मिलाया गया और झालावाड जिले के उप जिला सिरनौज को मध्यप्रदेश को दे दिया गया।
इसी के साथ आज से राजस्थान का निर्माण या एकीकरण पूरा हुआ। जो राजस्थान के इतिहास का एक अति महत्ती कार्य था

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मंगलवार, 8 मई 2018

राजस्थान इतिहास, Rajasthan History Gk

राजस्थान इतिहास, Rajasthan History Gk


1.दोहरी रक्षा प्रस्वीर के शाक्ष्य राजस्थान की किस सभ्यता से प्राप्त हुए है
कालीबंगा
सभ्यता
1 बालायत             उदयपुर
2.ओझियाना          भीलवाड़ा
3.कालीबंगा            हनुमानगढ़
4.गणेश्वर              सीकर
2. रियासत                     सबंधित राजवंश
    मारवाड़                      प्रतिहार व राठौड़ वंश
    मेवाड़                         मौर्य व मुहिल वंश
    आमेर                         कच्छावाह वंश
    सांभर                          चौहान वंश
   जैसलमेर                      भाटी वंश
3.उदयपुर में सहेलियों की बाड़ी किसने बनवाई
महाराणा संग्रामसिंह दिव्तीय ने अपनी बेटी शकुंतला के लिए बनवाई
4.मेवाड़ में चांदी की खान किस समय प्राप्त हुई
राणा लाखा के समय
5.बैराठ प्राचीन काल में किसकी राजधानी थी
मत्स्य जनपद की
6.कुतुब्दीन ऐबक द्वारा बनाया गया ढाई दिन का झोपड़ा जहा पर पहले सस्कृंत पाठशाला थी किसके द्वारा बनाई गई थी
विग्रहराज चतुर्थ ने
7.रास्तापाल हत्या का सबन्ध किससे है
डूंगरपुर से
8.मत्स्य संघ का उद्घाटन कहा किया गया
भरतपुर के किले में
9.किस आयोग की सिफारिशों पर आबू दिलवाड़ा तहसीलों व अजमेर मेरवाड़ा क्षेत्र को राजस्तान में मिलाया
राज्य पुनर्गठन आयोग -- 22 दिसंबर 1953 में
10.विश्व में हल से जूते हुए खेत के प्रथम प्रमाण कालीबंगा में कहाँ से मिले है
परकोटे के बाहर
11.आहड़ सभ्यता में मिले बर्तन किस रंग के है
लाल व काले - अनाज के कोठे भी इसी सभ्यता में मिले है







शुक्रवार, 10 मार्च 2017

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1. राजस्थान के किस जिले में कामेश्वरी तेल पाया जाता है
Ans: बाड़मेर
Which oil is found in the district of Rajasthan Kameswari
Barmer

2. वर्षा जल के शुद्धतम रूप को राजस्थान में किस नाम से जाना जाता है ?
Ans: Palar water पालर पानी
Which is known Purest form of rainwater in Rajasthan?
Palar water
3. राजस्थान के किस शहर में IIT शुरू किया गया था ?
Ans: जोधपुर
Which was launched IIT in the Rajasthan city
Jodhpur

4. “छोटी तीज” किस माह (month) में मनाई जाती है ?
Ans: श्रावण माह में
“Little Teej” is celebrated in which month?
In the month of Shravan

5. राजस्थान (Rajasthan) के प्रथम चयनित मुख्यमंत्री कौन थे ?
Ans: टीकाराम पालीवाल
Who was the first Chief Minister of Rajasthan Selected?
Tikaram paliwal

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6. 2011 में Rajasthan’s के जीडीपी (GDP) में सेवा क्षेत्र में कितने प्रतिशत योगदान है ?
Ans: 47 प्रतिशत (47%)
Rajasthan’s GDP in 2011 (GDP) in the services sector accounts for the percentage
47%

7. जावड़ा नृत्य (dance) का सम्बन्ध किस जाति से है ?
Ans: Gràcia गरासिया
Which nation is concerned Javdha dance?
Gràcia

8. अमृता देवी (Amrita Devi) ने किस वृक्ष के लिए अपनी जान
Ans: Khejri खेजरी
what tree died for Amrita Devi ?
Khejri

9. कर्क रेखा राजस्थान के किस जिले से गुजरती है ? (JMRC
Ans: (Banswara) बांसवारा
which district of Rajasthan passes through Tropic of Cancer.
Banswara

10. किन दो एतिहासिक स्मारकों को राजधानी जयपुर (Jaipur) में सुरंग द्वारा जोड़ा जा रहा है ?
Ans: Amber and Jaigarh fort आमेर और जयगढ़ दुर्ग को
What two historic monuments are being added by the tunnel in Jaipur
Amber and Jaigarh

11. राजस्थान के किस जिले में सवसे कम जनसँख्या घनत्व है ?
Ans: जैसलमेर
Low population density in which district of Rajasthan
Jaisalmer

12. राजस्थान के कितने जिले किसी भी राज्य या देश की सीमओं को नही छुते है ? (JMRC Exam)
Ans: 8 जिले
How many districts of Rajasthan is not to touches any state or country limits,?
8 State

13. किस प्रकार की चित्रकारी का शाब्दिक अर्थ “मोम लेखन” है ?
Ans: बाटिक चित्रकारी
What type of painting literally means “wax writing is”
Batik Painting

14. होली (Holi) के बाद, चैत्र माह के पहले दिन कौनसा त्यौहार मनाया जाता है ?
Ans: Gangaur गणगौर
After Holi, the festival which is celebrated on the first day of Chaitra month
Gangaur

15. राजस्थान (Rajasthan) में किस वर्ष रेगिस्तान विकास कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी ? (JMRC Exam)
Ans: 1977-78

In which year was the start of the Desert Development Programme in Rajasthan
Ans: 1977-78

16. राजस्थान (Rajasthan) के किस जिले में अरावली पर्वत का सवसे ऊँचा शिखर है ? (JMRC Exam)
Ans: सिरोही Sirohi

In which district of Rajasthan in the Aravali mountain peak is higher point
Sirohi

17. छट (shad) पर्व में किस देवता की पूजा की जाती है ?
Ans: सूर्यदेव की)
The Surya

18. “मसाला बगीचा” किस शहर (city) से सम्बंधित है ?
Ans: जोधपुर (Jodhpur)

which is related to “Spice Garden” city?
Ans Jodhpur

19. अकबर और राणा प्रताप के मध्य कौनसा युद्ध हुआ था ?
Ans: हल्दीघाटी का युद्ध (1576)

What was the war between Rana Pratap and Akbar
war haldighati (1576)

20. 2011 के अनुसार राजस्थान (Rajasthan) का लिंगानुपात है ?
Ans: 926

21. 1 सितम्बर 2012 को राजस्थान (Rajasthan) लोक सेवा आयोग का नया अध्यक्ष किसे नियुक्त किया गया है ?
Ans: हबीब खान गौरांग

22. 2011 की जनगणना के अनुसार राजस्थान(Rajasthan) की जनसँख्या वृद्वि दर क्या है ? (JMRC Exam)
Ans: 21 प्रतिशत

23. “केसरिया बालम” किस शैली का गीत (Song) है
Ans: मांड

24. राजस्थान (Rajasthan) दिवस मनाया जाता है ?
Ans: 30 मार्च

25. राजस्थान (Rajasthan) का क्षेत्रफल भारत के क्षेत्रफल का कितना प्रतिशत है
Ans: 10.41 प्रतिशत

1. जनवरी 2013 में संपन्न कांग्रेस (Congress) के चिंतन शिविर कहाँ हुआ ?
Ans: जयपुर में (सोनिया गाँधी के नेतृत्व में यह कांग्रेस का तीसरा चिंतन शिविर था
where to camp the Congress was thinking In January 2013,
Jaipur

2. जनवरी 13 में देश की सबसे बड़ी (largest solar telescope) सौर दूरबीन कहाँ स्थापितकी गई है ?
Ans: उदयपुर (Udaipur)

3. दिसम्बर (December) 2012 में पंचायतीराज के सशक्तिकरण के लिए तीन दिवसीय अंतराष्ट्रीय कार्यशाला का आयजन कहाँ किया गया ?
Ans: अलवर (Alwar)

4. राज्य के किस स्थान पर जापानी कंपनी (Japanese company) Hitachi ने ऑटो कंपोनेंट प्लांट लगाने की योजना बनाई है ?
Ans: नीमराणा (अलवर) (Alwar)

5. हाल ही में Rajasthan राज्य के किस स्थान पर ‘मेट्रो रेल’ चलाने की योजना को केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय सेद्धान्तिक मंजूरी दी है ?
Ans: जोधपुर (Jodhpur)

6. राजस्थान (Rajasthan) के किस जिलें में दूसरी रेल कोच फैक्ट्री लगेगी ?
Ans: भीलवाड़ा

7. 1 जुलाई 2013 से राज्य के किन तीन जिलों में डायरेक्ट कैश ट्रांसफर स्कीम लागु होगी ?
Ans: कोटा, पाली व झुंझनु

8. केंद्र सरकार द्वारा तेल उत्पादन के लिहाज से राजस्थान (Rajasthan) को किस श्रेणी में रखा है ?
Ans: प्रथम श्रेणी में

9. वर्तमान में राजस्थान (Rajasthan) के वित्त मंत्री कौन है ?
Ans: अशोक गहलोत

10. हाल ही में जोधपुर (Jodhpur) विकास प्राधिकरण का नया अध्यक्ष किसे नियुक्त किया गया है ?
Ans: राजेन्द्र सोलंकी

11. जनवरी 2013 में घोषित पदम् पुरस्कारों में Rajasthan राज्य की किन दो हस्तियों को चुना गया है ?
Ans: 1. बजरंग लाल ताखर (नौकायन खिलाड़ी) 2. शाकिर अली (पेंटिंग कलाकार)

12. मनरेगा दिवस मनाया जाता है ?
Ans: 2 फरवरी को ( 2 फरवरी 2013 को 7 वीं वर्षगांठ मनाई गई )

13. फरवरी 2013 में राजस्थान (Rajasthan) माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का अध्यक्ष किसे चुना गया है ?
Ans: पी. एस. वर्मा (इन्होंने डॉ. सुभाष गर्ग का स्थान लिया है)

14. 16 वें ई-गवर्नेंस सम्मेलन में ‘Best Government Portal’ का पुरस्कार प्रदान किया गया है ?
Ans: राजस्थान (Rajasthan) लोक सेवा आयोग, अजमेर (Rajasthan Public Service Commission)

15. दौसा सांसद किरोड़ी लाल मीना ने हाल ही में किस राजनीतिक पार्टी को लांच किया है ?
Ans: नेशनल पीपुल्स पार्टी (राष्ट्रीय जनता पार्टी)

16. Rajasthan राज्य के नए लोकायुक्त किसे चुना गया है ?
Ans: सज्जन सिंह कोठारी

17. हाल की में राजस्थान (Rajasthan) की लोक लेखा समिति का अध्यक्ष पुनः किसे चुना गया है ?
Ans: गुलाब चंद कटारिया

18. राजस्थान (Rajasthan) साहित्य अकादमी का वर्ष 2012-13 का सर्वोच्च मीरा पुरस्कार के लिए चुना गया है ?
Ans: भवानी सिंह को उनकी कृति ‘ माणस’ के लिए

19. राजस्थान (Rajasthan) में मुख्यमंत्री निशुल्क जाँच योजना की शुरुआत कब हुई ?
Ans: 7 अप्रैल 2013

20. राजस्थान (Rajasthan) में किस स्थान पर रिफायनरी लगाना तय हुआ है ?
Ans: बाड़मेर पचपदरा गावं में

21. मनरेगा योजना के तहत रोजगार देने के मामले में राजस्थान (Rajasthan) का कौनसा स्थान है ?
Ans: चौथा

22. Rajasthan राज्य ग्रामीण बस सेवा का शुभारंभ किस बस स्टैंड से किया गया ?
Ans: उदयपुर बस स्टैंड स

1 मिटटी (Soil) से बना बांध है ? (In RAS -96)
Ans:- पांचना बांध (panchana dam)
composed of dam is Soil in Rajasthan
Panchana dam (karauli Rajasthan )

2. बहुउद्देशीय नदी घटी परियोजनाओं को ‘ आधुनिक भारत का मंदिर’ किसने कहा ? (in RAS pre. 99)
Ans:- पं . जवाहर लाल नेहरू ने

3. इन्द्रा गाँधी नहर परियोजना का उपनाम क्या है ?(RAS-94)
Ans:- राजस्थान की मरू गंगा

4. बीसलपुर परियोजना का सम्बन्ध किस नदी से है ? (RAS- 99)
Ans:- बनास नदी से

5. इसराइल की कौनसी लोकप्रिय सिंचाई प्रणाली राजस्थान में प्रयोग में लाई जा रही है ? (B.Ed-95)
Ans:- बूंद – बूंद टपकना सिंचाई प्रणाली

6. कडाना बांध किस नदी पर व किस राज्य में स्थित है ?(B.Ed-2006)
Ans:- माही नदी पर गुजरात में

7. कुओं व नलकूपों द्वारा सर्वाधिक सिचाई कहाँ होती है ?
Ans:- जयपुर

8. सोम – कमला – अम्बा सिंचाई परियोजना का सम्बन्ध किस जिले से है ? (RAS pre. 98)
Ans:- डूंगरपुर

9. छापी सिंचाई परियोजना का सम्बन्ध किस जिले से है ? (Police, 99)
Ans:- झालावाड

10. इन्द्रा गाँधी नहर परियोजना का निर्माण कार्य से प्रारंभ हुआ और इसका उद्गम है ? (RAS pre. 2007)
Ans:- सतलुज- व्यास नदी पर हरिके बांध से

11. इंदिरा गांधी नहर से किन जिलों को सिंचाई सुविधा प्राप्त हो रही है। (RPSC Ex.)
Ans:- बीकानेर , चूरू , गंगानगर , हनुमानगढ़ , जैसलमेर , बाड़मेर व जोधपुर

12. माही परियाजना जिन दो राज्यों की सयुंक्त योजना है, वे राज्य है ? (RPSC 3rd Gr-2004)
Ans:- राजस्थान- गुजरात

13. तालाबो द्वारा सर्वाधिक सिचाई कहाँ की जाती है ?
Ans:- भीलवाडा

14. नहरों द्वारा सिचाई कहाँ की जाती है ?
Ans:- गंगानगर

15. सरदार सरोवर परियोजना का सम्बन्ध किन राज्यों से है ? (Police, 2003)
Ans:- राजस्थान, गुजरात , महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश

16. राज्य की प्रथम सिंचाई परियोजना कौनसी है ?
Ans:- गंगनहर ( 1927 में गंगसिंह द्वारा स्थापित )

17. देश में सर्वाधिक सिचाई कंहाँ होती है ?
Ans:- राजस्थान के गंगानगर और हनुमान गढ़ जिलों में

18. जल भण्डारण क्षमता की दृष्टि से पश्चिमी राजस्थान का सबसे बड़ा बांध कौनसा है ? (RPSC 3rd Gr. 2004)
Ans:- जवाई बांध ( पाली- जोधपुर)

19. राजस्थान में सबसे लम्बी जल परिवहन सुरंग है ? (RPSC 3rd Gr- 2007)
Ans:- मानसी वाकल सुरंग

20. राजस्थान में चुलिया जल प्रपात किस नदी पर है ? (Police- 07, RPSC 3rd Gr- 09)
Ans:- चम्बल नदी पर

1.baby blanket बेबी ब्लैंकेट योजना की शुरुआत कब हुई।
Ans:- 1998
when was the beginning of the baby blanket
1998

2. राजस्थान का पहला टेलीमेडिसिन गांव है।
Ans:- कैथून
Telemedicine is the first village in Rajasthan
Kathun

3. राजस्थान राज्य में लोहे के औजार बनाने के लिए कौनसा जिला प्रसिद्ध है।
Ans:- नागौर

4. Beneshwar shrine which is located at the confluence बेणेश्वर धाम किन नदियों के संगम पर स्थित है।
Ans:- सोम, माही व जाखम

5. where is located Dairy and Food Science Technology College in Rajasthan
डेयरी (Dairy) एवं खाद्य विज्ञान प्रौद्योगिकी महाविद्यालय राजस्थान में कहां पर स्थित है।
Ans:- उदयपुर (Udaipur)

6. राजस्थान राज्य में जैसलमेर के नरेश कुलदेवी के रूप में किसकी पूजा करते हैं।
Ans:- स्वांगिया देवी

7. भारत पाकिस्तान (India and Pakistan) में बीच बस सेवा शुरू की गई थी जिसमें बैठकर तत्कालिन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पाकिस्तान की यात्रा की थी, उस बस का नामक्या था।
Ans:- सदा ए सरहद
India and Pakistan, which had been sitting in a bus service between the then Prime Minister Atal Bihari Vajpayee traveled to Pakistan, that was just Namkya.
Sada-e-Sarhad

8. राजस्थान (Rajasthan) का जिब्राल्टर किस दुर्ग को कहा जाता है।
Ans:- अजयमेरु (तारागढ़)

9. जहांगीर ने बूंदी के शासक को सर बुलंदराय की उपाधि दी, वह था।
Ans:- राव रतन हाड़ा

10. नेहरू रोजगार योजना कब शुरू हुई।
Ans:- दो अक्टूबर 1989

11. राजस्थान (Rajasthan) में ऊंट के बीमार हो जाने पर किस लोकदेवता की पूजा की जाती है।
Ans:- पाबूजी

12. राजस्थान राज्य में वह कौनसे लोकदेवता है जिन्होंने गुर्जरों की गायों को छुड़वाने के लिए युद्ध किया था।
Ans:- तेजाजी

13. जवाहर ग्राम योजना Plan का नाम कब परिवर्तित कर जवाहर ग्राम समृद्धि योजना का दिया गया।
Ans:- 1999-2000

14. Mewar मेवाड़ प्रजामंडल की स्थापना किसकेद्वारा की गई।
Ans:- माणिक्यलाल वर्मा
Mewar Prajamandal Kiske Dwara been established.

15. Bijolia बिजोलिया किसान आंदोलन का संस्थापककिसे माना जाता है।
Ans:- साधु सीताराम
Bijolia Sansthapak farmer movement is considered.

16. Bijolia’s बिजोलिया किसान आंदोलन का जनक किसे माना जाता है।
Ans:- विजय सिंह पथिक

Vijay Singh Pathik : Bijolia’s considered the father of the peasant movement?

17. भोजपत्र वृक्ष कहां पर मिलता है।
Ans:- विन्ध्याचल श्रंखलाओं में

18. दक्षिणोश्वर किससे संबंधित है।
Ans:- रामकृष्ण परमहंस

19. गुप्त शासकों की सरकारी/दरबारी भाषा थी।
Ans:- संस्कृत

20. टमाटर का रंग किस कारण लाल होता है।
Ans:- लाइकोपिन के कारण

21. वायुमंडल में सर्वाधिक मात्रा में विद्यमान अक्रिय गैस कौनसी है।
Ans:- ऑर्गन

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